
क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के साथ मिलकर एसओएल छात्रों ने आज दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) प्रशासन के खिलाफ ट्विटर अभियान चलाया। इसमें छात्रों ने तीन हैशटैग #PehleShikshaFirPariksha, #SOLAdminResign और #NoBooksNoExams के साथ अपनी मांगें रखी।
I support you because it is important for us i request sol members please take exam after our syllabus will complete
— Nitesh kumar (@Niteshk85047420) February 17, 2023
Atleast please give us one more month for preparation
ट्विटर यूजर नितेश कुमार ने केवाईएस के इस अभियान को समर्थन करते हुए एसओएल प्रशासन से परीक्षा की तैयारी के लिए एक महीना का समय मांगा है।
pura study material provide na kara kar exam liya ja raha hai pahle study material pura Shiksha Puri uske bad exam le .#PehleShikshafirPariksha #NoBooksNoExams
— Himani sati (@Himanisati7) February 17, 2023
वहीं दूसरे ट्विटर यूजर हिमानी सती, उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, " पूरी स्टडी मटेरियल न देकर परीक्षा लिया जा रहा है, पहले पूरी स्टडी मटेरियल और शिक्षा, उसके बाद लें परीक्षा.."।
ज्ञात हो कि प्रथम सेमेस्टर के छात्रों का इंटरनल असेसमेंट 20 फरवरी से परीक्षाएँ 28 फरवरी से शुरू होने वाली हैं। छात्रों की माने तो इनकी स्थिति बेहद खराब है क्योंकि एसओएल ने अब तक पहले सेमेस्टर के ज़्यादातर छात्रों को पूरी स्टडी मटेरियल वितरित नहीं किया है। जिन चुनिन्दा छात्रों को स्टडी मटेरियल दिया भी गया है उन्हें भी बहुत देर से दिया गया है। साथ ही, कई छात्रों का यह भी आरोप है कि उन्हें कक्षाएँ भी नहीं दी जा रही हैं, और जब वो स्टडी सेंटर पर जाते हैं तो उन्हें भगा दिया जाता है। इस अफरातफरी की स्थिति में छात्रों को अपने कोर्स और पाठ्यक्रम की मूलभूत जानकारी भी नहीं है।
ऐसा नहीं है कि यह मुद्दे पहली बार सामने आए हैं। बल्कि, यह पिछले कई सालों से बार-बार सामने आ रहे हैं जिसके संबंध में केवाईएस और एसओएल छात्रों ने एसओएल और डीयू प्रशासन को ज्ञापन सौंपे हैं।
केवाईएस ने एसओएल में भारी अफरा-तफरी की निंदा की है और मांग की है कि प्रिंटेड और पूरा स्टडी मटेरियल तुरंत सभी वर्षों के छात्रों को मुहैया किया जाना चाहिए, साप्ताहिक ऑफ़लाइन कक्षाएं (अकादमिक काउन्सलिंग सेशन) सिलेबस के पूरा होने तक जारी रखी जाएँ, और उसके बाद ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए।