SOL में कुप्रबंधन के खिलाफ छात्रों का आक्रोश, किया विरोध प्रदर्शन

दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे एसओएल के छात्र-छात्राएं
नई दिल्ली: स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के छात्रों ने क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के साथ मिलकर दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी में विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन एसओएल के सभी कोर्सों का सिलेबस पूरा करवाये बिना कक्षाएं खत्म किये जाने के खिलाफ किया गया।

रविवार को छात्रों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान एसओएल प्रशासन की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा, "प्रथम सेमेस्टर का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है, जबकि द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं अगले महीने से शुरू होनी हैं। जो पूरी तरह से छात्र-विरोधी एसओएल प्रशासन की उदासीनता को उजागर करता है। जो लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।"

इससे पूर्व एसओएल छात्रों को 28 जून से शुरू हुए आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के दौरान भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इस दौरान वेबसाइट का क्रैश होना, सर्वर का डाउन होना, पोर्टल पर लॉग-इन न कर पाना या देर से लॉग-इन कर पाना इत्यादि समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इस कारण, कई छात्र-छात्राएं परीक्षा नहीं दे पाए। जिसके कारण इस परीक्षा को स्थगित करना पड़ा था।

बता दे कि एसओएल में पढ़ने वाले बहुसंख्यक छात्र बेहद ही वंचित पृष्ठभूमि से आते हैं, और दिल्ली के उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों का सबसे बड़ा हिस्सा हैं।

वहीं प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्रांतिकारी युवा संगठन से भीम ने कहा, "आज एसओएल में सभी कोर्सों की कक्षाएँ समाप्त कर दी गईं। सिलेबस अधूरा है और छात्रों को अभी भी अपने कोर्स के बारे में बुनियादी जानकारी तक नहीं है। बहुसंख्यक छात्रों को कक्षाएँ भी नहीं दी गयी हैं, और जब वो स्टडी सेंटर पर जाते हैं तो उन्हें भगा दिया जाता है। इसके अलावा, जो कुछ कक्षाएं आयोजित की गई हैं, उनमें भी छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है जैसे कि कई विषयों की कक्षाएं न लगना, कक्षाओं में जगह की कमी के कारण उनमें बैठ न पाना और शिक्षकों की अनुपस्थिति।" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "ज़्यादातर छात्रों को अब तक स्टडी मटेरियल भी नहीं मिला है। जिनको स्टडी मटेरियल मिला भी है उन्हें पूरी किताबें नहीं दी गई हैं। स्टडी मटेरियल की गुणवत्ता बेहद खराब है और उनमें व्याकरण, वाक्य निर्माण, ऐतिहासिक शख्सियतों के नामों की गलत वर्तनी और तथ्यात्मक रूप से गलत जानकारी से संबंधित गलतियों की भरमार है। स्टडी मटेरियल में सिलेबस, कोर्स की संरचना, क्रेडिट, स्टडी मटेरियल बनाने वाले व्यक्तियों आदि के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी गयी है। इस अफरातफरी की स्थिति में छात्रों को अपने कोर्स और पाठ्यक्रम की मूलभूत जानकारी भी नहीं है और बिना कक्षाओं और स्टडी मटेरियल के छात्रों के बड़ी संख्या में फेल होने की संभावना है।"

उन्होंने आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा का जिक्र करते हुए आगे कहा, "एसओएल की खराब तैयारी के कारण विभिन्न कोर्सों की इंटरनल असेसमेंट परीक्षाएँ स्थगित कर दी गई हैं। इन इंटरनल असेसमेंट परीक्षाओं के आयोजन को लेकर एसओएल की तैयारी इतनी खराब है कि अब तक स्थगित परीक्षाओं की तारीखों के बारे में भी छात्रों को सूचित नहीं किया गया है। शर्मनाक है कि यह तब हो रहा है जब छात्रों की सेमेस्टर-अंत परीक्षाएँ शुरू होने वाली हैं।"


केवाईएस ने मांग की है कि जिम्मेदार प्रशासन के खिलाफ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व डीयू प्रशासन सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही, जो छात्र इंटेरनल असेसमेंट परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उन्हें फिर से परीक्षा देने का मौका दिया जाए। इसके अलावा पहले सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम तुरंत घोषित किया जाए, प्रिंटेड और पूरा स्टडी मटेरियल तुरंत सभी वर्षों के छात्रों को मुहैया किया जाए, साप्ताहिक ऑफ़लाइन कक्षाएं (अकादमिक काउन्सलिंग सेशन) सिलेबस के पूरा होने तक जारी रखी जाएँ, और उसके बाद ही सेमेस्टर-अंत परीक्षा आयोजित की जाए।

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