इनमें से एक लाख 11 हजार 256 अभ्यर्थियों ने शुल्क का भी भुगतान कर दिया है जबकि पांच हजार 482 अभ्यर्थियों ने निर्धारित तिथि तक भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की थी।
वैसे, शनिवार को बिना विलंब शुल्क के आवेदन करने की तिथि बढ़ाकर पांच जून कर दी गई है।
मालूम हो कि कुलाधिपति ने वर्तमान वर्ष 2021 में भी बीएड में नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को नोडल विश्वविद्यालय घोषित कर रखा है और पिछले साल भी इसी विश्वविद्यालय द्वारा प्रक्रिया पूरी की गई थी।
नोडल विश्वविद्यालय ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के क्षेत्रांतर्गत स्थित बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की परीक्षा आयोजित करने के लिए कुल 11 परीक्षा केंद्र का प्रस्ताव रखा है।
अमूमन प्रत्येक विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र में न्यूनतम एक केंद्र प्रस्तावित है।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों के जो आवेदन मंगलवार तक प्राप्त हुए हैं उनमें अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र चुनने के लिए पहला विकल्प दिया है।
इसके आधार पर विभिन्न केंद्रों के लिए आवेदन की संख्या निम्न प्रकार है।
सबसे अधिक आवेदन पटना स्थित परीक्षा केंद्रों के लिए 33641 जबकि सबसे कम मुंगेर स्थित परीक्षा केंद्रों के लिए 3646 है।
इसके अलावा आरा 7476, भागलपुर 8436, छपरा 3899, दरभंगा 10928, गया 12939, मधेपुरा 6843, मुजफ्फरपुर 13297, पूर्णिया 6380 एवं हाजीपुर 3811 अभ्यर्थियों ने पहले विकल्प के रूप में चुना है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेशभर के विभिन्न विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत स्थित 332 बीएड कॉलेजों की कुल 36150 सीटों पर नामांकन के लिए अब 11 जून को संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड 2021) आयोजित होगा जिसमें अभ्यर्थी शामिल होंगे।
इन सीटों में 34700 सीट सामान्य श्रेणी तथा 1450 अल्पसंख्यक कोटि के अभ्यर्थियों के लिए है।
पिछले साल सामान्य सीटों पर 32512 तथा अल्पसंख्यक की सीटों पर 1307 अभ्यर्थियों के नामांकन हुए थे।
शेष सीट रिक्त रह गई थी। स्टेट नोडल ऑफिसर प्रो. अशोक कुमार मेहता ने बताया कि कोविड 19 संक्रमण के कारण लगातार दो बार बढ़ाई गई आवेदन की तिथि से अभ्यर्थियों की संख्या भी बढ़ती गई है।
इधर, कोविड 19 संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर एक बार नामांकन प्रक्रिया के कार्यक्रम घोषित किये गये हैं।
इसके अनुसार अब सीईटी-बीएड परीक्षा 11 जुलाई को होगी। स्टेट नोडल ऑफिसर प्रो. अशोक कुमार मेहता ने मंगलवार को संशोधित कार्यक्रम से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी।
अधिसूचना में कहा गया कि कोविड-19 संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर परीक्षा कार्यक्रम में संशोधन किया गया है।
अब अभ्यर्थी बिना विलंब शुल्क के पांच जून तथा विलंब शुल्क के साथ आठ जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन में सुधार तथा शुल्क भुगतान नौ और 10 जून को किया जा सकेगा।
प्रवेश पत्र निर्गत करने की संशोधित तिथि एक जुलाई जबकि प्रवेश परीक्षा 11 जुलाई को होगी।
(नोट: यह खबर हिंदुस्तान से लिया गया है।)