ये हैं उज्जवला योजना का जमीनी हकीकत

समस्तीपुर: उज्ज्वला योजना का जमीनी हकीकत, जिसमें बच्चे पढ़ाई करने के उम्र में जलावन व पत्ते इकट्ठे करने को हैं मजबूर, माता-पिता भी करते हैं मजदूरी।

क्या हैं उज्जवला योजना?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लाभार्थियों को एलपीजी का कनेक्शन बांटती है। इस योजना का लाभ केवल महिलाएं उठा सकती हैं। आवेदक महिला की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। साथ ही एक ही घर में इस योजना के तहत कोई अन्य एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए।

तस्वीर उत्तर प्रदेश से

उक्त तस्वीर समस्तीपुर जिला मुख्यालय समस्तीपुर नगर निगम से चंद दूरी जितवारपुर ग्राम की हैं। जहां बच्चे खेत खलिहान से पत्ते और जलावन चुन रहे, सिर्फ इसलिए कि उनके घर की चूल्हा जल सके। वो कुछ पका सके ताकि वो इस महंगाई में अपना जीवन यापन कर सके।

तस्वीर जितवारपुर समस्तीपुर से

बच्चे से मिली जानकारी के अनुसार, वे झोपड़ी झुग्गियों में रहते हैं। माता पिता खेतो में काम कर अपना जीवन यापन करते हैं, वहीं ये बच्चे जलावन के लिए लकड़ी और पत्ते चुनते हैं।

कहने को न्यूज चैनल और अखबार के अनुसार सभी को उज्जलवा योजना के तहत गैस सिलेंडर और चूल्हा मिल चुका है, लेकिन हकीकत कुछ और ही मालूम होता है।

तस्वीर जितवारपुर समस्तीपुर से

जब मैं (ब्रजेश अधिकारी) इनके घर पहुंचा हकीकत कुछ और निकला, कुछ लोगो को इस योजना का लाभ मिला है, तो कुछ को नहीं मिला! जिन्हें मिला भी है उनके पास इस महंगाई में इतना पैसा नहीं है कि वो गैस सिलेंडर में गैस डलवा सके।

तस्वीर जितवारपुर समस्तीपुर से

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